Menu
blogid : 4431 postid : 641143

दो शब्दों की महिमा

KALAM KA KAMAL
KALAM KA KAMAL
  • 161 Posts
  • 978 Comments

दो शब्दों की  महिमा –   ( क्षणिकाएं ) 1

—————–++—————–++—————–++—————–

अ.

मां की ममता

आंचल की छांव है

जग निराली !

…………………….

ब .

नंद का छोरा

श्याम सलोना है

सारे जग में !

………………..

स.

नंद का लाला

बंशीधर गौवें चराता

मनमोहना  !

…………………..

द.

मिली दौलत

करें परोपकार

मानव धर्म !

………………

क.

पायी दौलत

इतराना उचित नहीं

क्षणभंगुर  !

………………

ख .

जगपालक

बड़ा लीलाधारी है

अदृश्य बना   !

………………….

ग .

जन हित पे

कल्याणकारी कार्य

श्रेष्ठ कर्म है !

………………

मीनाक्षी श्रीवास्तव

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh