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अभी आसाराम बापू को झांसाराम बने देर नहीं हुई है कि ……
मैं यहाँ एक आंखों देखे कार्यकृम का उल्लेख करने जा रही हूँ; जिसे लगभग सप्ताह के भीतर ही टेलिविज़न के एक धार्मिक चैनल पर – एक कथावाचक को कहते देखा-सुना था ।
ह( कथावाचक ) बोले – ( प्रांगण/सभा में उपस्थित लोगों से ) आप सभी जानते हैं – जैसे ‘फाइव स्टार ’ होटल में स्वीमिंग के लिये जाते हैं – शावर लेते है ठीक वैसे ही यहाँ कथा प्रारम्भ करने से पहले हम शावर लेंगे और उन्होंने फिर संकीर्तन शुरू किया ।
* आप देखिये कितना अशोभनीय लगता है । एक भागवत कथा वाचक – धर्मिक कथा में धार्मिक बातों का ज़िक्र ना *करके ‘फाइव स्टार’ होटल – स्वीमिंग और शावर की बातें कर रहे थे – और मूक और नासमझों की तरह बहुत *संख्या में पुरुष , महिलायें और बच्चे सभी बैठे सुन रहे थे ।
* कितने लोग ‘फाइव स्टार’ होटल और शावर की बातें समझ पायें होंगे ? कितने नहीं ? कहिये – कुछ भोले-भाले लोग ( वृद्ध *अनपढ़) जन तो इसको भी कोई भगवान की बातें समझे हो…
* या फिर शायद वो अपना फाइव स्टार’ होटल में रुकने – ठहरने का बखान करना चाह रहे थे….. पर ..कहां पर..? और क्यों..?
( कहीं यह बताने के लिए कि – वे कितने महंगे …होटल में ठहरते हैं अत: जो भी उनको बुलाये तो ऎसी व्यवस्था करे …)
क्या कहा जाय – आये दिन ऐसे लोग – जनता को कितना ठग रहे हैं , ये बात कदापि छिपी नहीं है । फिर भी …
एक जरूरी बात कहना चाहूंगी – मुख्य रूप से – महिलाओं – बहू- बेटियों से कि उन्हें बड़ी समझदारी व सतर्कता से काम लेना चाहिये । यदि स्वयं को सुरक्षित रखना है तो ज्यादा भावुकता में नहीं बहना चाहिये ।
आप सभी जो भी जितना पढ़ी लिखी हैं घर पर धार्मिक कितनी ही पुस्तकें पढ़ें – कौन मना करता है ?
यह अत्यंत – सरल -सहज और सुलभ होती हैं साथ ही किसी भी प्रकार का न कोई भय ना ही खतरा ।
हाँ,घर में कोई बुजुर्ग सदस्य हैं और यदि वे धार्मिक पुस्तकें पढ़ने में असमर्थ हैं कुछ देखना सुनना है तो टेलिविज़न बुरा नहीं ; घर में आप सभी लोग टेलिविजन पर प्रसारित कार्यकृम देखें – सुनें अपने विवेक / ज्ञान चक्षु खोल कर ; परंतु घर से बाहर भीड़ में जाकर उनके सम्मोहन जाल में मत फंसे / मत आकर्षित हों ।
उपर्युक्त जानकारी का उल्लेख करना और सभी के साथ बांटना /शेयर करना मुझको उचित लगा इसलिये मैंने इस बात को आप सभी तक पहुंचाया है .
धन्यवाद !
मीनाक्षी श्रीवास्तव
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